जब भी कहीं गोली चलती है,
जिन पे गोली चलती है , उनके लिए तड़पते तड़पते उनका हिन्दुस्तान मरता है,
जिनके अपनों पर गोली चलती है, उनके लिए डरा सहमा नया हिन्दुस्तान बनता है,
बाकी के लिए क्या ग़ज़ब हो गया, ऐसे ही तो हमारा हिन्दुस्तान चलता है,
क्या बिगड़ जाता है हिन्दुस्तान का , कुछ एक सौ हज़ार के मर जाने से,
किसी और ज़मीन के टुकड़े पे, उस आतंक की गोली का अपना काम कर जाने से,
क्या लोग उस दिन भर पेट खाना नही खाते, वो जिन्हें किस्मत से मिल जाता है,
या उन्हे चैन की नींद नही आती, या कोई किसी क्लब, पार्टी मे नहीं जाता है,
कुछ नही बदलता, सब कुछ वैसे ही चलता है जैसे कहीं कुछ हुआ ही नही,
किसी जवान, बच्चे या औरत की मौत ने भी किसी दिल को जैसे छुआ ही नही,
लोग टीवी पे समाचार भी नही सुनते, क्यूंकी उनके लिए तो ये रोज़ की बात है,
सोचते हैं सुबह होने दो सब फिर से सही हो जाएगा, अभी तो रात है,
देखते भी है, तो बीच मे अपनी सास बहू की कहानियाँ भी निपटाते है,
फिर हंसते है, खाते है, फिर बिना किसी अफ़सोस के जाके चैन से सो जाते है,
उन घरों का क्या जिसमे शायद अब कोई टीवी चलाने वाला भी नही बचा होगा,
जिसका कोई भाई, कोई माँ, कोई बाप वहीं कहीं ठंडी लाशों मे पड़ा होगा,
उस माँ के आँसुओं का क्या, जिसका बेटा कभी ऑफीस से लौट ना पाया हो,
जिसका लाल स्कूल से तो एक निकला हो, पर घर टुकड़ों मे पहुँच पाया हो,
उस बाप की लाचारी का क्या, जो अपने जवान बेटे की अरथी के बोझ तले दबा हो,
उन माँगों का क्या अभी सजी थी और अगले ही पल जिनका सब कुछ उजड़ गया हो,
उन कलाइयों का क्या जो अब आने वाले हर रक्षाबन्धन पर सूनी ही रहेंगी,
मासूम निगाहों का क्या जो अब खुद को थामने वाली उंगलियाँ तलाशती रहेंगी,
पर हमे क्या, हमने तो उनके क़र्ज़ की अपनी किश्तो मे से एक किश्त चुका दी,
आज तो बाहों पे काली पट्टियाँ बाँध ली, थोड़ी देर तक मोमबत्तियाँ जला ली,
अब तो इंतज़ार करेंगे एक साल बीतने का और अगली सालगिरह मनाने का,
नही तो कोई नयी सालगिरह मना सके, ऐसी किसी घटना के फिर से हो जाने का,
सरकार भी अपना काम कर रही है, उसने उनकी मौत की कीमत लगा दी है,
और उस कीमत को अपने अगले बजट मे, एक महत्वपूर्ण जगह भी दे दी है,
हमारा क्या जा रहा है, हम कुछ नही करेंगे, हमारा क्या बिगड़ रहा है,
हम तो मराठी हैं, या बिहारी हैं, या राजस्थानी हैं, या फिर कहीं और के,
हमें क्या करना इस हिन्दुस्तान से , उजड़ने दो, अगर उजड़ रहा है...