tag:blogger.com,1999:blog-6945279121735926663.post2274785820216963599..comments2023-10-24T08:50:13.552-07:00Comments on दिल की कलम से...: पगली…दिलीपhttp://www.blogger.com/profile/15304203780968402944noreply@blogger.comBlogger10125tag:blogger.com,1999:blog-6945279121735926663.post-52447583239534265762010-04-10T22:58:38.672-07:002010-04-10T22:58:38.672-07:00एक साथ न सही पर ...टुकडों मे देख चुकी हूँ ये घटनाए...एक साथ न सही पर ...टुकडों मे देख चुकी हूँ ये घटनाएँ.......Archana Chaojihttps://www.blogger.com/profile/16725177194204665316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6945279121735926663.post-91428315163372901722010-04-03T04:27:38.542-07:002010-04-03T04:27:38.542-07:00YAAAAAAAAAA
shekhar kumawat
http://kavyawani.b...YAAAAAAAAAA<br /><br /><br />shekhar kumawat<br /><br /><br />http://kavyawani.blogspot.com/Shekhar Kumawathttps://www.blogger.com/profile/13064575601344868349noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6945279121735926663.post-87473233520340446972010-04-03T03:21:39.942-07:002010-04-03T03:21:39.942-07:00ये सच घटना तो नही है हीर जी, पर इसे मैने होते देखा...ये सच घटना तो नही है हीर जी, पर इसे मैने होते देखा था, एक स्वप्ना मे उठा तो बहुत रोया...बस फिर ये कहानी लिखी..बाद मे इसे कविता का रूप दिया...सराहना के लिए धन्यवाद!!!!दिलीपhttps://www.blogger.com/profile/15304203780968402944noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6945279121735926663.post-58356298311329579142010-04-03T02:40:15.053-07:002010-04-03T02:40:15.053-07:00आपने बेहद दर्दनाक शब्दों में पिरोया इस कथा को .......आपने बेहद दर्दनाक शब्दों में पिरोया इस कथा को .....!!संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6945279121735926663.post-10936018898591956442010-04-03T01:24:54.564-07:002010-04-03T01:24:54.564-07:00इस कहानी की नायिका की जवानी, भूख और ग़रीबी ने ठग ल...इस कहानी की नायिका की जवानी, भूख और ग़रीबी ने ठग ली थी,<br />वो बिखरे बाल वा फटे चीथड़ो में, समाज से लड़ती एक पगली थी,<br /><br />ओह ......<br /><br />इसी हसी के सहारे हर मौसम वो उन्ही चीथड़ो मे सह जाती थी,<br />ममता मन की हालत की मोहताज नही होती,उसे देख मैं समझ गया,<br /><br />निःशब्द हूँ ......<br /><br />इंसान फिर आज अचानक हिंदू मे और मुसलमान मे बँट गया था,<br /><br />न जाने ये जाति धर्म किसने बनाया .....<br /><br />सुबह उठी तो दिल के टुकड़े के टुकड़ों को, गोद मे छुपा हँसती रही,<br />कई दिनों तक बस ऐसे ही, कभी हिंदू कभी मुसलमान कहती रही,<br /><br />ओह बेहद दर्दनाक .......<br /><br />उसकी खुली पथराई बुझी आँखों मे अब भी एक ही सवाल था,<br />मेरे उस प्यारे से खिलौने का नाम हिंदू था या मुसलमान था......<br />दिलीप जी क्या ये सच्ची घटना हैं ......??<br /><br />कई बार ऐसी पगलियों को घूमते देखा है ....एक बार एक लघुकथा भी लिखी थी पगली पर .....आज आपकी पोस्ट ने फिर वो घटना याद करा दी ......!!<br /><br /><br /><br />आपने बेहद दर्दनाक शब्दों में पिरोया इस कथा को .....!!हरकीरत ' हीर'https://www.blogger.com/profile/09462263786489609976noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6945279121735926663.post-71491714680206848452010-04-02T20:56:35.609-07:002010-04-02T20:56:35.609-07:00Ek jeeti-jaagti dil mein gahari utarti tasveer.......Ek jeeti-jaagti dil mein gahari utarti tasveer....... Manviya samvedana ka bahut maarmik dhang se aapne prastut kiya hai...<br />Bahut badhaiकविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6945279121735926663.post-89123149579404705122010-04-02T18:43:26.901-07:002010-04-02T18:43:26.901-07:00उसकी खुली पथराई बुझी आँखों मे अब भी एक ही सवाल था,...उसकी खुली पथराई बुझी आँखों मे अब भी एक ही सवाल था,<br />मेरे उस प्यारे से खिलौने का नाम हिंदू था या मुसलमान था.niceRandhir Singh Sumanhttps://www.blogger.com/profile/18317857556673064706noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6945279121735926663.post-53724183435667161792010-04-02T18:42:38.922-07:002010-04-02T18:42:38.922-07:00इस कहानी की नायिका की जवानी, भूख और ग़रीबी ने ठग ल...इस कहानी की नायिका की जवानी, भूख और ग़रीबी ने ठग ली थी,<br />वो बिखरे बाल वा फटे चीथड़ो में, समाज से लड़ती एक पगली थी.niceRandhir Singh Sumanhttps://www.blogger.com/profile/18317857556673064706noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6945279121735926663.post-66527912983130433902010-04-02T18:17:20.181-07:002010-04-02T18:17:20.181-07:00पगली पुराण अच्छा रहा!
बधाई!पगली पुराण अच्छा रहा!<br />बधाई!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6945279121735926663.post-87875201624532390082010-04-02T16:11:43.752-07:002010-04-02T16:11:43.752-07:00वाह!! इसे तो अभी फिर से पढ़ना पड़ेगा. प्रथम पठन मे...वाह!! इसे तो अभी फिर से पढ़ना पड़ेगा. प्रथम पठन में तो गजब की लगी!!Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.com